सोमवार की रात को सितारगंज जेल के सजा काट रहे कैदी प्रभुनाथ की काफी दिनों से तबीयत खराब थी. जिस वजह से उसे उपचार के लिए सुशीला तिवारी अस्पताल लाया गया था. यहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. बताया जा रहा है कि वह 2 महीने बाद ही रिहा होने वाला था.
नलई बिगराटा (ऊधमसिंह नगर) निवासी 45 वर्षीय प्रभुनाथ सितारगंज जेल में सजा काट रहा था. बंदीरक्षकों ने उसे 16 मई को तबियत खराब होने पर एसटीएच में भर्ती कराया था. जांच के दौरान सामने आया की प्रभुनाथ कि उसकी आंत में घाव है. चौकी प्रभारी कैलाश नेगी ने कहा कि प्रभुनाथ के बेटे बबलू ने बताया है कि पुराने विवाद के चलते उसके पिता को सात साल की सजा हुई थी. दो महीने बाद ही वह रिहा भी होने वाले थे. पुलिस द्वारा पैनल के डॉक्टरों से पोस्टमार्टम कराया गया.
नलई बिगराटा (ऊधमसिंह नगर) निवासी 45 वर्षीय प्रभुनाथ सितारगंज जेल में सजा काट रहा था. बंदीरक्षकों ने उसे 16 मई को तबियत खराब होने पर एसटीएच में भर्ती कराया था. जांच के दौरान सामने आया की प्रभुनाथ कि उसकी आंत में घाव है. चौकी प्रभारी कैलाश नेगी ने कहा कि प्रभुनाथ के बेटे बबलू ने बताया है कि पुराने विवाद के चलते उसके पिता को सात साल की सजा हुई थी. दो महीने बाद ही वह रिहा भी होने वाले थे. पुलिस द्वारा पैनल के डॉक्टरों से पोस्टमार्टम कराया गया.
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