रविवार को उत्तराखंड के कई इलाकों में जमकर बारिश हुई. इस बारिश ने उत्तराखण्ड के कुछ क्षेत्रों में खूब कहर बरपाया. तूफान और बारिश के चलते चमोली जिले में बादल फटने से आए मलबे में दबकर एक व्यक्ति की मौत हो गई. जबकि कुछ गांवों की सैकड़ाें नाली भूमि मलबे में दफन हो गई. इस दौरान एक व्यक्ति लापता बताया जा रहा है. वहीं अल्मोड़ा जिले में चौखुटिया से सात किमी दूर खीड़ा इलाके में बादल फटने से एक व्यक्ति लापता बताया जा रहा है लापता व्यक्ति का नाम राम सिंह है. भारी बारिश के चलते तीन गोशालाएं बह गईं.
बादल फटने के दौरान वह बैलों को बांधने गौशाला गया हुआ था. वहीं दूसरी तरफ गांव के एक व्यक्ति की 15 बकरियां और अन्य लोगों के नौ खच्चरों के लापता होने की भी सूचना सामने आ रही है. रविवार के दिन दोपहर बाद चमोली जिले में हुई बारिश के दौरान गैरसैंण ब्लॉक के लामबगड़ गांव के शीर्ष पर बादल फट गया. यहां गांव की कई नाली कृषि भूमि सहित गांव को यातायात से जोड़ने वाली सड़क भी पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई. ग्रामीणों के अनुसार गांव का एक व्यक्ति भी इस घटना के बाद से लापता बताया जा रहा है. सूचना मिलने पर बाद जिला प्रशासन की तरफ से आपदा राहत एवं बचाव टीम के साथ ही तहसील प्रशासन की टीम को भी मौके के लिये रवाना कर दिया गया.
लामबगड़ गांव के बादर सिंह नाम के व्यक्ति की मलबे में दबने से दर्दनाक मौत हो गई. खोजबीन के दौरान ग्रामीणों को बादर सिंह का शव घटना स्थल से लगभग 300 मीटर की दूर मलबे में दबा हुआ मिला. वहीं उत्तराखंड के कुछ इलाके ऐसे भी हैं जहां सिर्फ हल्की फुल्की बारिश और हवा ही देखने को मिली.
बादल फटने के दौरान वह बैलों को बांधने गौशाला गया हुआ था. वहीं दूसरी तरफ गांव के एक व्यक्ति की 15 बकरियां और अन्य लोगों के नौ खच्चरों के लापता होने की भी सूचना सामने आ रही है. रविवार के दिन दोपहर बाद चमोली जिले में हुई बारिश के दौरान गैरसैंण ब्लॉक के लामबगड़ गांव के शीर्ष पर बादल फट गया. यहां गांव की कई नाली कृषि भूमि सहित गांव को यातायात से जोड़ने वाली सड़क भी पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई. ग्रामीणों के अनुसार गांव का एक व्यक्ति भी इस घटना के बाद से लापता बताया जा रहा है. सूचना मिलने पर बाद जिला प्रशासन की तरफ से आपदा राहत एवं बचाव टीम के साथ ही तहसील प्रशासन की टीम को भी मौके के लिये रवाना कर दिया गया.
लामबगड़ गांव के बादर सिंह नाम के व्यक्ति की मलबे में दबने से दर्दनाक मौत हो गई. खोजबीन के दौरान ग्रामीणों को बादर सिंह का शव घटना स्थल से लगभग 300 मीटर की दूर मलबे में दबा हुआ मिला. वहीं उत्तराखंड के कुछ इलाके ऐसे भी हैं जहां सिर्फ हल्की फुल्की बारिश और हवा ही देखने को मिली.
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