दिवाली में आतिशबाजी के दौरान लगभग पचास से अधिक लोग झुलस गए. इनमें से कई लोगों को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा है. बताया जा रहा है कि सबसे ज्यादा लोग अनार से झुलसे हैं. दिवाली के मौके पर सुशीला तिवारी अस्पताल में डॉक्टरों की अतिरिक्त टीम को तैनात किया गया था.
सर्जरी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. केएस शाही द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार दिवाली की रात से सोमवार की सुबह तक 22 लोग पटाखे से झुलसने के कारण इलाज के लिए अस्पताल में पहुंचे. इसमें से तीन लोग 25 प्रतिशत से अधिक झुलस गए थे, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कर इलाज किया जा रहा है. जानकारी के अनुसार सबसे ज्यादा लोग अनार और बम (आतिशबाजी) के कारण झुलसे हैं.
कृष्णा हास्पिटल के डॉ. हरभजन सिंह द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार सुबह सात लोग पटाखे से झुलसने के कारण इलाज के लिए ओपीडी में पहुंचे. जानकारी के अनुसार नीलकंठ हास्पिटल में पांच लोग पटाखे से जलने के बाद इलाज के लिए पहुंचे. बेस अस्पताल चिकित्सा अधीक्षक डॉ. हरीश लाल के अनुसार आतिशबाजी में झुलसे 23 लोग इलाज के लिए बेस अस्पताल में आए थे.
सर्जरी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. केएस शाही द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार दिवाली की रात से सोमवार की सुबह तक 22 लोग पटाखे से झुलसने के कारण इलाज के लिए अस्पताल में पहुंचे. इसमें से तीन लोग 25 प्रतिशत से अधिक झुलस गए थे, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कर इलाज किया जा रहा है. जानकारी के अनुसार सबसे ज्यादा लोग अनार और बम (आतिशबाजी) के कारण झुलसे हैं.
कृष्णा हास्पिटल के डॉ. हरभजन सिंह द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार सुबह सात लोग पटाखे से झुलसने के कारण इलाज के लिए ओपीडी में पहुंचे. जानकारी के अनुसार नीलकंठ हास्पिटल में पांच लोग पटाखे से जलने के बाद इलाज के लिए पहुंचे. बेस अस्पताल चिकित्सा अधीक्षक डॉ. हरीश लाल के अनुसार आतिशबाजी में झुलसे 23 लोग इलाज के लिए बेस अस्पताल में आए थे.
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें
Please do not post any spam link in the comment box.