हल्द्वानी: मां की अर्थी को बेटियों ने दिया कंधा और मुखाग्नि. सबकी आंखें हुईं नम.

हल्द्वानी: आज की बेटियां वह सब कुछ कर सकती हैं जो करने का अधिकार सिर्फ लड़कों का माना जाता है. वह यह समझाना चाहती हैं कि उनका भी उतना ही हक है जितना कि एक बेटे का होता है. वह बताना चाहती हैं कि रीति रिवाज, परंपराओं से हट के भी एक दुनिया है. बुधवार को हल्द्वानी में दो बहनों ने अपनी मां के निधन होने पर अर्थी को कंधा दिया और शमशान पहुंचकर चिता को मुखाग्नि भी दी.
बेटी हिमानी भट्ट और दीक्षा ने दी मां को मुखाग्नि. बड़ी बेटी की हो चुकी है शादी.
श्रीपुरम कालोनी (तल्ली हल्द्वानी) निवासी शंकर दत्त जोशी रोडवेज में कार्यरत हैं. मंगलवार की रात उनकी 55 साल की पत्नी चित्रा जोशी का निधन हो गया. इन दोनों की दो बेटियां हैं. जिसमें से बड़ी बेटी हिमानी भट्ट की शादी हो चुकी है. और छोटी बेटी दीक्षा दिल्ली में जॉब कर रही है. दोनों बेटियों ने जैसे ही मां के निधन की सूचना मिली वह तुरंत हल्द्वानी आ गईं. भाई नहीं होने के कारण उन्होंने मां की अंतिम यात्रा के कार्यक्रमों को खुद करने का फैसला किया. बेटियों के इस इस फैसले का हर किसी ने स्वागत किया और साथ ही उनका हौसला भी बढ़ाया. अंतिम यात्रा निकलने पर दोनों बेटियों ने मां को कंधा दिया. इसके बाद दोनों बेटियों ने श्मशान भूमि जाकर दाह संस्कार भी कराया. वहां मौजूद जिसने भी बेटियों की इस पहल को देखा उसकी आंखें नम हो गईं.

टिप्पणियाँ