बनबसा भर्ती के दौरान तीन और युवक फर्जी दस्तावेजों के साथ पकड़े गए. इनके पास से मिली नशे की गोलियां और इंजेक्शन.
चंपावत के बनबसा में चल रही सेना भर्ती के दौरान मिलिट्री इंटेलिजेंस और खुफिया विभागों की टीम ने बुधवार को भी तीन युवकों को फर्जी दस्तावेजों के साथ पकड़ा है. तीनों युवक अल्मोड़ा जिले के युवाओं के लिए हो रही भर्ती प्रक्रिया में भाग लेने पहुंचे थे. पुलिस द्वारा आशंका जताई जा रही है कि उनके साथ अन्य युवक भी फर्जी दस्तावेजों के साथ भर्ती रैली में पहुंचे हैं. पुलिस और खुफिया विभाग द्वारा पकड़े गए युवाओं से पूछताछ की जा रही है.
जानकारी के अनुसार बुधवार को मिलिट्री इंटेलिजेंस (एमआई) और एलआईयू ने सेना भर्ती स्थल के आसपास संदिग्ध हालात में घूमते तीन युवकों को पकड़ लिया. उनके पास से उत्तराखंड हाईस्कूल के वर्ष 2019 के प्रमाणपत्र के अलावा स्थायी निवास, चरित्र प्रमाणपत्र, जाति और अविवाहित प्रमाणपत्र भी मिले हैं. जांच के दौरान सभी दस्तावेज फर्जी निकले. पकड़े गए युवकों की पहचान बुलंदशहर निवासी के रूप में हुई है. इन युवकों के पास से तीन मोबाइल फोन, नशे के इंजेक्शन और गोलियां भी बरामद हुईं हैं. पूछताछ के दौरान पकड़े गए युवकों ने बताया कि बुलंदशहर निवासी किसी प्रवीण कुमार ने उन्हें उत्तराखंड बोर्ड के फर्जी दस्तावेज बनाकर दिए हैं. थानाध्यक्ष जसवीर सिंह चौहान ने जानकारी देते हुए बताया कि जांच एजेंसियां पकड़े गए युवकों से पूछताछ कर रहीं हैं. आशंका है कि उनके साथ कुछ और युवक भी सेना भर्ती में शामिल होने के लिए यहां आए होंगे. फिलहाल पुलिस ने किसी तरह की कानूनी कार्रवाई किए जाने से इनकार किया है. पकड़े गए युवकों के स्थायी निवास प्रमाणपत्र में अरारी रानीखेत का पता दर्शाया गया है. उनके वास्तविक और अन्य प्रमाणपत्रों में नाम भी अलग-अलग पाए गए हैं.
जानकारी के अनुसार बुधवार को मिलिट्री इंटेलिजेंस (एमआई) और एलआईयू ने सेना भर्ती स्थल के आसपास संदिग्ध हालात में घूमते तीन युवकों को पकड़ लिया. उनके पास से उत्तराखंड हाईस्कूल के वर्ष 2019 के प्रमाणपत्र के अलावा स्थायी निवास, चरित्र प्रमाणपत्र, जाति और अविवाहित प्रमाणपत्र भी मिले हैं. जांच के दौरान सभी दस्तावेज फर्जी निकले. पकड़े गए युवकों की पहचान बुलंदशहर निवासी के रूप में हुई है. इन युवकों के पास से तीन मोबाइल फोन, नशे के इंजेक्शन और गोलियां भी बरामद हुईं हैं. पूछताछ के दौरान पकड़े गए युवकों ने बताया कि बुलंदशहर निवासी किसी प्रवीण कुमार ने उन्हें उत्तराखंड बोर्ड के फर्जी दस्तावेज बनाकर दिए हैं. थानाध्यक्ष जसवीर सिंह चौहान ने जानकारी देते हुए बताया कि जांच एजेंसियां पकड़े गए युवकों से पूछताछ कर रहीं हैं. आशंका है कि उनके साथ कुछ और युवक भी सेना भर्ती में शामिल होने के लिए यहां आए होंगे. फिलहाल पुलिस ने किसी तरह की कानूनी कार्रवाई किए जाने से इनकार किया है. पकड़े गए युवकों के स्थायी निवास प्रमाणपत्र में अरारी रानीखेत का पता दर्शाया गया है. उनके वास्तविक और अन्य प्रमाणपत्रों में नाम भी अलग-अलग पाए गए हैं.
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