झारखण्ड (दुगदा, बोकारो)की बेटी को राष्ट्रपति ने किया गोल्ड मैडल से सम्मानित!

गत महीने 30 सितम्बर को हुए 33वें दीक्षांत समारोह में राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद जी के कर कमलो से पुरे रांची विश्वविद्यालय में 11 विद्यार्थियों को गोल्ड मेडल से नवाजा गया. समारोह में झारखण्ड राज्य के मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री, राज्यपाल एवं अन्य लोग भी उपस्थित थे. इस अवसर पर बोलते हुए, राष्ट्रपति ने कहा कि झारखंड देश के खनिज भंडार का 40 प्रतिशत है। राज्य में बड़े सार्वजनिक और निजी क्षेत्र के उद्योग स्थापित हैं। झारखंड में पर्यटकों के कई आकर्षण हैं। राज्य में कई अच्छे शिक्षण संस्थान भी हैं। झारखंड की ऐसी कई विशेषताओं और युवाओं की प्रतिभा के बल पर, यह एक विकसित राज्य बनने की क्षमता रखता है।



सभी 11 विद्यार्थियों से तो विचार विमर्श तो नहीं हो पायी लेकिन एक तरफ जहाँ पुरे गणित(मैथमेटिक्स) में 91 प्रतिशत स्नातकोत्तर (पोस्ट ग्रेजुएशन) में गोल्ड मैडल से सम्मानित अनिशा कुमारी से उनके तैयारी और रणनीतियों के बारे में जानने का मौका मिला. अनिशा कुमारी से बातचित के क्रम में पता चला की उन्हें उन्ही अवसर में ही 2-3 कॉलेजो में पढ़ाने का प्रस्ताव दिया गया हालांकि अभी उन्होंने सभी को मना कर दिया है और अभी उनका ध्यान NET एवं GATE एग्जाम में सफलता हासिल करने की है, उनका कहना यह भी है की अगर उन्हें मौका मिला तो वो पीएचडी (PhD) भी करेंगी.





राष्ट्रपति ने कहा कि विश्वविद्यालयों को विश्वविद्यालयों की सामाजिक जिम्मेदारी (USR) में योगदान देना चाहिए। प्रत्येक विश्वविद्यालय से कम से कम पांच छात्रों को लगभग दो महीने के अंतराल पर पास के गांवों में जाना चाहिए, और यदि संभव हो तो, रात में वहां रहें और ग्रामीणों के साथ बातचीत करें। उन्हें केंद्र और राज्य सरकार की कल्याणकारी और विकास योजनाओं के बारे में ग्रामीणों के साथ संवाद करना चाहिए। उन्होंने रांची विश्वविद्यालय से यूएसआर पर विशेष ध्यान देने का आग्रह किया।


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