झारखण्ड में हुआ मंत्रिमंडल का विस्तार ,डुमरी के जगरनाथ महतो सहित कुल 7 विधायकों ने ली मंत्री पद की शपथ।

झारखण्ड में हुआ मंत्रिमंडल का विस्तार , डुमरी के जगरनाथ महतो सहित कुल 7 विधायकों ने ली मंत्री पद की शपथ।



झारखंड (रांची) : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के मंत्रिमंडल का 30 दिन बाद मंगलवार को विस्तार हुआ। राजभवन के बिरसा मंडप में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में 7 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली, इनमें झामुमो के पांच और कांग्रेस के दो विधायक शामिल हैं। झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) से हाजी हुसैन अंसारी, चंपई सोरेन, जगरनाथ महतो, जोबा मांझी और मिथलेश ठाकुर ने शपथ ली। वहीं, कांग्रेस से बन्ना गुप्ता और बादल पत्रलेख ने मंत्री पद की शपथ ली। इससे पहले 24 जनवरी को मंत्रिमंडल का विस्तार होना था, मगर चाईबासा में पत्थलगड़ी समर्थकों द्वारा 7 आदिवासियों की हत्या के बाद सीएम हेमंत सोरेन ने राज्यपाल से मुलाकात कर शपथ ग्रहण की तारीख आगे बढ़ाने का आग्रह किया था।


राजभवन के बिरसा मंडप में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में सबसे पहले जेएमएम के चंपई सोरेन उसके बाद जेएमएम के हाजी हुसैन अंसारी, फिर जेएमएम के जगरनाथ महतो, जोबा मांझी ने मं‍त्री पद की शपथ ली। उसके बाद कांग्रेस के बन्‍ना गुप्‍ता और फिर कांग्रेस के बादल पत्रलेख ने मंत्री पद की शपथ ली. सबसे अंत में जेएमएम के मिथिलेश ठाकुर ने मंत्री पद की शपथ ली। सभी को राज्‍यपाल द्रौपदी मुर्मू ने शपथ दिलायी.


शपथ ग्रहण समारोह में सीएम हेमंत सोरेन, झारखंड कांग्रेस प्रभारी आरपीएन सिंह, जेएमएम सुप्रीमो शिबू सोरेन, पूर्व सांसद सुबोधकांत सहाय , मंत्री रामेश्‍वर उरांव, मंत्री आलमगीर आलम, मंत्री सत्‍यानंद भोक्‍ता समेत जेएमएम और कांग्रेस के कई नेता और अधिकारी मौके पर मौजूद रहे।

झारखंड में मुख्यमंत्री समेत मंत्रिमंडल में अधिकतम 12 मंत्री हो सकते हैं। इसमें से मुख्यमंत्री समेत 4 पहले ही मंत्रिमंडल में शामिल हो चुके हैं. मंगलवार को पहले मंत्रिमंडल विस्तार में 7 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली। एक मंत्री पद को अभी खाली रखा गया है।

इससे पहले हेमंत सोरेन ने 29 दिसंबर को झारखंड के 11वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी। उनके साथ कांग्रेस के आलमगीर आलम व डॉ. रामेश्वर उरांव और राजद से सत्यानंद भोक्ता ने भी मंत्री पद की शपथ ली थी। झामुमो विधायक रवींद्र नाथ महतो को विधानसभा स्पीकर बनाया गया था।

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