हल्द्वानी: चीन और पाकिस्तान के सैनिकों को युद्ध के दौरान दांत खट्टे करा देने वाले सूबेदार दान सिंह की मंगलवार की सुबह हृदयगति रुकने से 84 वर्ष की आयु में निधन हो गया. बुधवार की सुबह चित्रशिला घाट पर नौ बजे उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.
हल्द्वानी में महादेव कालोनी वासुदेवपुरम (आरटीओ रोड) निवासी सूबेदार दान सिंह सामंत (84) मूल रूप से पिथौरागढ़ जिले के कुड़ाई देवलथल के रहने वाले थे. सूबेदार के बेटे आनरेरी कैप्टन भगवान सिंह सामंत ने जानकारी देते हुए बताया कि मंगलवार की सुबह साढ़े आठ बजे अचानक हार्ट अटैक होने पर उनके पिता की मौत हो गई. भगवान सिंह ने यह भी बताया कि पिता ने 1962 में चीन युद्ध, 1965 और 1971 में पाक के साथ युद्ध में अपने कौशल का प्रदर्शन किया था. 1985 में पिता सूबेदार पद से रिटायर्ड होकर घर आ गए थे. बुधवार को उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा जिसमें 3 पैरा कमांडो बटालियन से जुड़े जवान और अधिकारी भी शामिल होंगे. बुधवार सुबह नौ बजे चित्रशिला घाट पर पूर्व सैनिक का सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा. सूबेदार दान सिंह सामंत की एक बेटी भी है जिसका नाम भारती राणा है.
हल्द्वानी में महादेव कालोनी वासुदेवपुरम (आरटीओ रोड) निवासी सूबेदार दान सिंह सामंत (84) मूल रूप से पिथौरागढ़ जिले के कुड़ाई देवलथल के रहने वाले थे. सूबेदार के बेटे आनरेरी कैप्टन भगवान सिंह सामंत ने जानकारी देते हुए बताया कि मंगलवार की सुबह साढ़े आठ बजे अचानक हार्ट अटैक होने पर उनके पिता की मौत हो गई. भगवान सिंह ने यह भी बताया कि पिता ने 1962 में चीन युद्ध, 1965 और 1971 में पाक के साथ युद्ध में अपने कौशल का प्रदर्शन किया था. 1985 में पिता सूबेदार पद से रिटायर्ड होकर घर आ गए थे. बुधवार को उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा जिसमें 3 पैरा कमांडो बटालियन से जुड़े जवान और अधिकारी भी शामिल होंगे. बुधवार सुबह नौ बजे चित्रशिला घाट पर पूर्व सैनिक का सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा. सूबेदार दान सिंह सामंत की एक बेटी भी है जिसका नाम भारती राणा है.
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