फॉरेस्ट गार्ड भर्ती में गड़बड़ी के बाद भारी संख्या में एकसाथ सड़क पर उतरे बेरोजगार युवा. पढ़िए पूरी रिपोर्ट
फॉरेस्ट गार्ड भर्ती में गड़बड़ी के बाद भारी संख्या में एकसाथ सड़क पर उतरे बेरोजगार युवा. पढ़िए पूरी रिपोर्ट
देहरादून: फॉरेस्ट गार्ड की भर्ती परीक्षा में हुई गड़बड़ी के बाद परीक्षा निरस्त किए जाने, पिटकुल और यूपीसीएल में रद्द हुई जेई भर्ती परीक्षा 100 दिनों के भीतर दोबारा कराए जाने जैसी छह सूत्री मांगों को लेकर उत्तराखंड बेरोजगार संगठन की अगुवाई में प्रदेशभर से आए बेरोजगार युवाओं ने रैली निकाल कर प्रदर्शन किया. साथ उन्होंने ही सचिवालय की तरफ कूच किया. लेकिन इससे पहले कि वे सचिवालय पहुंच पाते, पुलिस ने उन्हें रास्ते में सेंट जोजेफ स्कूल के पास रोक लिया.
रास्ते में रोके जाने पर बेरोजगार युवा वहीं धरने पर बैठ गए. यहां एकत्रित सभी युवा फॉरेस्ट गार्ड भर्ती परीक्षा निरस्त करने के साथ ही अधीनस्थ सेवा आयोग के अध्यक्ष व सचिव को तत्काल हटाने की मांग पर अड़े हुए हैं. देर शाम बेरोजगार युवा बारिश के बावजूद भी धरने पर बैठे रहे. आंदोलित बेरोजगार युवक-युवतियों ने धरना-प्रदर्शन के दौरान सरकार, मुख्यमंत्री, वन मंत्री, अधीनस्थ सेवा चयन आयोग अध्यक्ष, सचिव, व परीक्षा नियंत्रक के खिलाफ नारेबाजी की. सभी युवाओं ने आरोप लगाया कि फॉरेस्ट गार्ड भर्ती परीक्षा में बड़े पैमाने में गड़बड़ी हुई है. सरकार इसमें शामिल अफसरों को बचाने की कोशिश कर रही है. प्रदर्शन के दौरान बेरोजगार युवाओं ने सरकार पर नाकामी का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार एक भी परीक्षा पारदर्शी तरीके से नहीं करा पाई है. कहा कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने युवाओं को आश्वासन दिया था कि राज्य में विभिन्न विभागों में खाली 18000 पदों पर जल्द ही भर्ती की जाएगी, लेकिन आज तक कुछ नहीं हो पाया है. प्रदेश भर से आए बेरोजगार युवाओं की इस रैली के दौरान किसी भी प्रकार की अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए पुलिस मुस्तैद रही. मौके पर डीआईजी अरुण मोहन जोशी के निर्देश पर दो सीओ व कई कोतवालों की अगुवाई में भारी पुलिस बल को तैनात किया गया था. वहीं एसडीआरएफ के विशेषज्ञों की टीम द्वारा पूरी रैली की निगरानी ड्रोन कैमरों से की गई.
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