Jharkhand : 35 दिन बाद हुई अलीगढ़ से दुल्हन की विदाई, Dhanbad तोपचांची से आई थी बरात..
कोराना वायरस को लेकर देशभर में चल रहे लॉकडाउन के चलते अतरौली में फंसी बरात आखिर 35 दिन बाद विदा हो गई। दूल्हा, दुल्हन व बराती को रविवार को विदा किया गया। डीएम के आदेश पर तहसील प्रशासन ने एक दिन पहले ही तैयारी कर ली थी। सभी बरातियों के स्वास्थ्य की जांच की गई है। कई दशकों में यह पहला मामला है, जब कोई बरात इतने दिनों बाद विदा हो रही है।
21 मार्च को धनबाद से आई थी बरात
झारखंड के जिला धनबाद की तहसील तोपचांची के गांव वैली निवासी रामनाथ महतो अपने बेटे विजय महतो की बरात लेकर अलीगढ़ की तहसील अतरौली के गांव विधीपुर 21 मार्च को आए थे। यहां नरपत सिंह आर्य की बेटी सावित्री आर्य के संग विवाह के बाद बरात 23 मार्च को झारखंड के लिए रवाना होनी थी। इसी बीच लॉकडाउन हो गया। इससे बरात में दूल्हे के साथ आए 12 मेहमान भी यहीं फंस गए। तब से दुल्हन के पिता नरपत राय व ग्रामीण ही बरात की खातिरदारी कर रहे थे। तहसील प्रशासन से भी राशन समेत अन्य आवश्यक वस्तुओं की मदद मिल रही थी।
35 बाद विदाई के निर्देश डीएम ने दिए।
शनिवार को 35 दिनों के बाद डीएम चंद्रभूषण सिंह ने तहसील प्रशासन को सभी बरातियों के स्वास्थ्य की जांच के बाद ही विदाई के निर्देश दिए। तहसील प्रशासन शनिवार शाम से ही इसकी तैयारियों में जुट गया। चिकित्सकों के माध्यम से स्वास्थ्य परीक्षण हुआ है। सिटी मजिस्ट्रेट स्तर से बस का पास जारी किया गया है।ग्रामीणों ने की बस की व्यवस्था बरात के सम्मान में दुल्हन के पिता का ग्रामीणों ने खूब सहयोग किया है। अब ग्रामीणों ने संयुक्त रूप से बस की व्यवस्था की है। एसडीएम पंकज कुमार ने बताया कि डीएम के आदेश पर बरात को विदा करने की अनुमति दे दी गई है। सभी बरातियों के स्वास्थ्य का परीक्षण कराया गया है। बरातियों के साथ कुछ दिनों के राशन की भी व्यवस्था की जा रही है।
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