भाईचारे की मिसाल पेश करते हुए इमरान ने निकाह के कार्ड पर छपवाई भगवान गणेश की तस्वीर और श्लोक. पढ़िए पूरी रिपोर्ट...

भाईचारे की मिसाल पेश करते हुए इमरान ने निकाह के कार्ड पर छपवाई भगवान गणेश की तस्वीर और श्लोक. पढ़िए पूरी रिपोर्ट...


किच्छा नगर के सैंजना गांव निवासी इमरान और उनके पिता फरियाद हुसैन ने हिंदू-मुसलमान भाईचारे की अनोखी मिसाल पेश की है. फरियादी हुसैन ने अपने बेटे के निकाह को अमन का पैगाम देने वाली अनूठी पहल का उदाहरण बना दिया है. उन्होंने परिचित हिन्दू परिवारों के घर भेजे गए निकाह के सभी कार्डों पर भगवान गणेश की फोटो लगाई गई है.
भाईचारे की मिसाल पेश करते हुए इमरान ने निकाह के कार्ड पर छपवाई भगवान गणेश की तस्वीर और श्लोक.

उन्हें न्योता भी हिंदु रीति-रिवाज के अनुसार ही दिया गया है. फरियाद हुसैन के चार बेटे हैं इमरान, मो. उस्मान, जीशान और फैजान. इनमें से सबसे बड़े बेटे इमरान हुसैन का निकाह पांच मार्च को होना तय हुआ है. हर निकाह की तरह यह निकाह भी सामान्य ही होगा. लेकिन जो बात इस निकाह को खास बनाती है, वह है इमरान के निकाह के न्यौते का कार्ड. आपको बता दें कि फरियाद हुसैन ज्यादा पढ़े-लिखे नहीं हैं लेकिन उन्होंने हिंदु-मुसलमान भाईचारे का जो पाठ समाज को पढ़ाया है, वह तारीफ ए काबिल है. हर तरफ इनके इस फैसले की तारीफ की जा रही है. इमरान के निकाह की तैयारी के दौरान जब कार्ड छपने की बात आई तो फरियाद हुसैन ने अपने हिंदू भाइयों के लिए हिंदू रीतिरिवाज के मुताबिक ही कार्ड छपवाने का फैसला किया.
भाईचारे की मिसाल पेश करते हुए इमरान ने निकाह के कार्ड पर छपवाई भगवान गणेश की तस्वीर और श्लोक.
यह कार्ड जब उनके जानने वाले हिंदू परिचितों के घर पहुंचे तो सभी ने उनकी इस अनूठी पहल का दिल खोलकर स्वागत किया. इस कार्ड में हिंदुओं के रीति-रिवाज के तहत सबसे ऊपर भगवान गणेश की फोटो लगाई गई है और श्लोक भी छापे गए हैं. जब इस बारे में फरियाद हुसैन से बात की गई तो उन्होेंने कहा कि हिंदू-मुसलमान आपस में भाई-भाई हैं और इस पहल से यह रिश्ता दोनों कौमों में और मजबूत हो, बस यही सोच कर उन्होंने यह फैसला लिया. फरियाद हुसैन ने यह भी बताया कि हिंदू भाइयों के लिए मंगलवार को प्रीतिभोज का आयोजन किया गया था. अब बुधवार को मुस्लिम रिश्तेदारों और परिचितों के लिए दावत रखी गई है. इमरान के चाचा मुमताज का कहना है कि खुदा एक है, सिर्फ उसके नाम अलग-अलग हैं. हम सभी को मिलकर अमन के लिए काम करना है. उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि परिवार की इस पहल से हिंदु-मुसलमानों के बीच भाईचारे को बढ़ाने की जो कोशिश की गई है वह कामयाब होगी.

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