केदारनाथ में बढ़ रहा संक्रमण का खतरा, बिना मास्क के नजर आ रहे ज्यादातर यात्री, सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन नहीं.

केदारनाथ में बढ़ रहा संक्रमण का खतरा, बिना मास्क के नजर आ रहे ज्यादातर यात्री, सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन नहीं.

अनलॉक-5 के चलते चारधाम यात्रा ने रफ्तार पकड़ी तो केदारनाथ धाम में तीर्थयात्रियों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी. इस दौरान दर्शन करने के लिए पहुंच रहे अधिकांश तीर्थयात्री बिना मास्क के ही मंदिर में दिख रहे हैं और मंदिर समूह व अन्य स्थानों पर भी समूह में खड़े हो रहे हैं. वहीं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी नहीं हो रहा है. ऐसे में धाम में कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा भी बना हुआ है. सरकार की नई एसओपी जारी होने के बाद से चारधाम यात्रा में मिली छूट के बाद केदारनाथ में तीन दिनों के भीतर ही लगभग आठ हजार श्रद्धालु बाबा केदार के दर्शन कर चुके हैं. इस दौरान मंदिर परिसर, मंदिर मार्ग और जीएमवीएन में यात्रियों की भारी भीड़ देखने को मिली, जिसमें अधिकतर लोग बिना मास्क पहने हुए थे. 12 जून से यात्रा शुरू होने के बाद से ही केदारनाथ में यात्रियों में अधिकांश लोगों के बिना मास्क पहन कर आने की शिकायतें मिलती रही हैं, लेकिन व्यवस्था बनाने के लिए किसी प्रकार के ठोस उपाय नहीं दिख रहे हैं. ऐसी परिस्थितियों में मंदिर कर्मचारियों और मुख्य पुजारी को भी संक्रमण का खतरा बना हुआ है. यात्रा प्रभारी युद्धवीर सिंह पुष्पवाण ने जानकारी देते हुए बताया कि यात्रियों से बार-बार मास्क पहनने और सामाजिक दूरी का पालन करने की अपील की जा रही है, लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं है. बताया जा रहा है कि अब केदारनाथ के मुख्य पुजारी शिव शंकर लिंग की प्रतिदिन पूजा के बाद स्वास्थ्य जांच होगी. इसके साथ ही धाम पहुंच रहे श्रद्धालुओं की थर्मल स्क्रीनिंग भी की जाएगी.
केदारनाथ में बढ़ रहा संक्रमण का खतरा, बिना मास्क के नजर आ रहे ज्यादातर यात्री, सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन नहीं.

डीएम वंदना सिंह द्वारा सीएमओ को यात्रा ड्यूटी पर तैनात कर्मियों की सैंपलिंग करने के आदेश भी दिए गए हैं. डीएम का कहना है कि यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए केदारनाथ व केदारघाटी में हेलीपैड पर प्रतिदिन जांच की जाएगी. साथ ही डीडीआरएफ में तैनात कार्मिकों की मदद से स्वास्थ्य विभाग को यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग व ड्यूटी दे रहे कर्मचारियों की सैंपलिंग करने के लिए भी कहा गया है. सोनप्रयाग-गौरीकुंड शटल सेवा का मानक के अनुसार एआरटीओ को संचालन व प्रत्येक वाहन चालक की प्रत्येक माह सैंपलिंग के लिए निर्देश दिए हैं. जिलाधिकारी ने कहा है कि तीर्थयात्रियों के साथ ही सभी वाहन चालकों को भी मास्क पहनना अनिवार्य किया गया है. जो नियम का पालन नहीं करेगा उस पर सख्त कार्रवाई भी की जाएगी.

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