रामनगर: रामनगर में बैठ कर बिहार के लोगों से ठगी करता था झारखंड का युवक. इस तरह पकड़ा गया...
रामनगर: वाहन लोन की ईएमआई एडजस्ट करने के नाम पर बिहार के लोगों से ऑनलाइन ठगी करने वाले झारखंड के बदमाश को पुलिस ने रामनगर से गिरफ्तार कर लिया है. वह अभी तक लाखों रुपये की ठगी कर चुका है.
रामनगर कोतवाली में अपर पुलिस अधीक्षक डॉ. जगदीश चंद्र ने जानकारी देते हुए बताया कि आदर्श नगर निवासी डिजिटल सेवा केंद्र संचालक मो. सुहेल ने तहरीर देते हुए बताया कि अरमान नाम के शख्स ने पैसों की परेशानी बताकर घर से रुपये मंगाने की बात कही. अरमान ने उसका खाता नंबर ले लिया. जिसमें अरमान ने 5-5 हजार रुपये ऑनलाइन मंगाए. 27 जनवरी को भी उसके अकाउंट में 10 हजार रुपये प्राप्त हुए. 28 जनवरी को मो सुहेल को बिहार के छपरा जिले के रेवड़िया थाने से एक व्यक्ति का फोन आया और उसने कहा कि उसके साथ धोखाधड़ी कर उसके खाते से 10 हजार रुपये निकाले गए हैं.
पैसे वापस करने की बात कहते हुए उसने रिपोर्ट दर्ज कराने की धमकी दी. सुहेल ने पुलिस को इसकी जानकारी दी. पुलिस ने वहां लगे सीसीटीवी के माध्यम से आरोपी की तलाश शुरू की. पुलिस ने इस मामले में विक्की मंडल निवासी घाघरा थाना जिला देवघर झारखंड को रामनगर के पूछड़ी श्मशान चौराहा से गिरफ्तार कर लिया.
पैसे वापस करने की बात कहते हुए उसने रिपोर्ट दर्ज कराने की धमकी दी. सुहेल ने पुलिस को इसकी जानकारी दी. पुलिस ने वहां लगे सीसीटीवी के माध्यम से आरोपी की तलाश शुरू की. पुलिस ने इस मामले में विक्की मंडल निवासी घाघरा थाना जिला देवघर झारखंड को रामनगर के पूछड़ी श्मशान चौराहा से गिरफ्तार कर लिया.
इस तरह करता था ठगी
ठग ने फर्जी सिम कार्ड से अपने मोबाइल में एक एप डाउनलोड कर रजिस्टर्ड किया था. जिन लोगों ने वाहन फाइनेंस कराया है वह इस एप से उनकी डिटेल हासिल कर लेता था. यदि किसी की ईएमआई जमा नहीं हो रही है तो इसका विवरण भी इस ऐप में आ जाता है. यह उन लोगों को फोन कर ईएमआई जमा कराने और उक्त ईएमआई को एडजस्ट कराने का लालच देकर अपने खोले गए आनलाइन एकाउंट में पैसे जमा करा लेता है. वह इन रुपयों को दूसरे खाते में ट्रांसफर या ऑनलाइन शॉपिंग करता है. व्यक्ति की शिकायत होने पर एकाउंट ब्लॉक हो जाता है तो वह दूसरे व्यक्ति के ऑनलाइन खाते में रुपया जमा करवा लेता है.
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