आतंकवादियों से हुए एनकाउंटर में उत्तराखंड का एक मेजर शहीद. 3 बहनों के इकलौते भाई थे मेजर. डेढ़ साल पहले ही हुई थी शादी

रविवार की देर रात आतंकवादियों के छुपे होने की खबर मिली जिसके बाद से ही भारतीय सेना ने एक्शन लेना शुरू कर दिया था. आतंकवादियों के साथ सेना का अगले दिन सोमवार तक एनकाउंटर चला जिसमें जैश-ए-मोहम्मद के दो बड़े आतंकी 'गाजी' और 'कामरान' को भारतीय सेना ने ढेर कर दिया. इस एनकाउंटर में भारतीय सेना के 4 जवान शहीद हुए थे और एक जवान घायल हो गया था. शहीद हुए जवानों में से एक मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल उत्तराखंड के देहरादून के निवासी थे.
जानकारी के अनुसार मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल 55 राष्ट्रीय राइफल्स में तैनात थे. इनकी पिछले साल ही शादी हुई थी. शहीद मेजर विभूति तीन बहनों के इकलौते भाई थे. तीनों ही बहने शहीद मेजर विभूति से बड़ी हैं. आपको बता दें कि विभूति के शहादत की खबर 10 घंटे तक उनके परिवार को नहीं दी गई थी लेकिन बाद में शहीद की पत्नी को मेजर की शहादत के बारे में बताया गया. बताया जा रहा है कि शहीद विभूति की मां दिल की मरीज है जिनका इलाज चल रहा है इसी वजह से उनको बेटे की शहादत के बारे में नहीं बताया गया था. लेकिन जैसे ही उनको अपने बेटे के शहीद हो जाने की खबर मिली और का रो-रोकर बुरा हाल हो गया.
शहीद विभूति शंकर ढौंडियाल की शहादत की खबर मिलते ही उनके आवास पर लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा. सोमवार की शाम को शहीद मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल का पार्थिव शरीर उनके आवास पर पहुंच गया है. आज शहीद को अंतिम विदाई दी जाएगी

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