हल्द्वानी: टीबी से पीड़ित एक बुजुर्ग की मौत ऑटो में हो गई. इस पर ऑटो वाले की इंसानियत भी मर गई. बुजुर्ग ने ऑटो में दम तोड़ा तो चालक उसे बीच सड़क उतारकर चला गया. शव घंटों तक सड़क पर पड़ा रहा. बावजूद इसके बेटा सुध लेने नहीं आया. बाद में लोगों ने अंतिम संस्कार के लिए चंदा इकट्ठा किया और उसके साथ आई महिला की मदद की. किच्छा के दरऊ क्षेत्र निवासी 65 वर्षीय गुलाम मोहम्मद टीबी रोग से पीड़ित था. मंगलवार के दिन उसे एक महिला रामपुर रोड स्थित टीबी एवं श्वांस रोग विभाग में इलाज के लिए लेकर आई थी. डॉक्टरों ने जांच के बाद उसे दवा दी. महिला ने बताया कि उसके पास किराये के लिए भी पैसे नहीं है. इस पर डॉक्टरों ने उस महिला को 400 रुपये दिए.
महिला जब गुलाम मोहम्मद को ऑटो में ले जा रही थी तभी रास्ते में अचानक उनकी मौत हो गई. जैसे ही यह बात ऑटो चालक को पता चली तो उसने एचएन इंटर कॉलेज के सामने सड़क पर दोनों को उतारा और वहां से चला गया. शव के पास रो रही महिला लोगों से मदद की गुहार लगाने लगी. कई लोगों ने नजरअंदाज किया मगर कुछ लोग महिला की मदद के लिए आगे आए. महिला ने उनको बताया कि उसके पास अंतिम संस्कार करने के लिए भी पैसे नहीं हैं. लोगों ने अपने स्तर से उस महिला की आर्थिक मदद की. जानकारी मिलने पर मेडिकल चौकी प्रभारी कैलाश सिंह नेगी और टीपीनगर चौकी प्रभारी सुशील कुमार मौके पर पहुंचे और शव को पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी भेज दिया. पुलिस ने बुजुर्ग के बेटे को फोन किया लेकिन वह वहां आने को तैयार नहीं हुआ. दबाव डाले जाने पर उसने बुधवार को आने की बात कही है. पुलिस के अनुसार बेटे का कहना था कि उसके पिता के शव के साथ जो महिला है वह उसकी मां नहीं है.
महिला जब गुलाम मोहम्मद को ऑटो में ले जा रही थी तभी रास्ते में अचानक उनकी मौत हो गई. जैसे ही यह बात ऑटो चालक को पता चली तो उसने एचएन इंटर कॉलेज के सामने सड़क पर दोनों को उतारा और वहां से चला गया. शव के पास रो रही महिला लोगों से मदद की गुहार लगाने लगी. कई लोगों ने नजरअंदाज किया मगर कुछ लोग महिला की मदद के लिए आगे आए. महिला ने उनको बताया कि उसके पास अंतिम संस्कार करने के लिए भी पैसे नहीं हैं. लोगों ने अपने स्तर से उस महिला की आर्थिक मदद की. जानकारी मिलने पर मेडिकल चौकी प्रभारी कैलाश सिंह नेगी और टीपीनगर चौकी प्रभारी सुशील कुमार मौके पर पहुंचे और शव को पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी भेज दिया. पुलिस ने बुजुर्ग के बेटे को फोन किया लेकिन वह वहां आने को तैयार नहीं हुआ. दबाव डाले जाने पर उसने बुधवार को आने की बात कही है. पुलिस के अनुसार बेटे का कहना था कि उसके पिता के शव के साथ जो महिला है वह उसकी मां नहीं है.
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