हल्द्वानी: शनिवार को दिल्ली के एम्स में कैंसर के इलाज के दौरान सतर्कता विभाग (विजिलेंस) के पुलिस निरीक्षक राम सिंह मेहता (53) पुत्र स्व. गोपाल सिंह मेहता की मृत्यु हो गई. करीब डेढ़ माह से राम सिंह इस गंभीर बीमारी से लड़ रहे थे. राम सिंह मेहता की मौत की जानकारी मिलने पर पुलिस महकमा गमगीन हो गया. ऊधमसिंह नगर के दिनेशपुर के मूल निवासी राम सिंह विजिलेंस विभाग में निरीक्षक के पद पर कार्यरत थे. विजिलेंस के एसपी अमित श्रीवास्तव ने जानकारी देते हुए बताया कि राम सिंह को डेढ़ माह पहले जांच के दौरान हड्डी में कैंसर की शिकायत मिली थी.
इसके आधार पर उनको इलाज के लिए एम्स में भर्ती कराया गया था. राम सिंह मेहता के चचेरे भाई और काठगोदाम (हल्द्वानी) चौकी प्रभारी डीएस मेहता ने बताया कि चार दिन पहले वह उनसे मिलने एम्स गए थे. उन्होंने बताया कि उनके ठीक होने की उम्मीद थी लेकिन इंफेक्शन के चलते उनकी हालत बिगड़ काफी गई और उनको बचाया नहीं जा सका. निरीक्षक के साथी इंदर सिंह राणा ने जानकारी देते हुए बताया कि राम सिंह 1997 बैच के उपनिरीक्षक थे. यूपी में हुए गैंगवार के दौरान उन्होंने अपने साहस का परिचय दिया था. राम सिंह की दो बेटियां और एक बेटा है. बड़ी बेटी बीटेक की पढ़ाई पूरी की है और छोटी बेटी नैनीताल में पढ़ती है. वहीं बेटे ने अभी इंटर पास किया है. राम सिंह मेहता के परिवार और सभी साथी सहित पूरा पुलिस महकमा गमगीन हो गया है.
इसके आधार पर उनको इलाज के लिए एम्स में भर्ती कराया गया था. राम सिंह मेहता के चचेरे भाई और काठगोदाम (हल्द्वानी) चौकी प्रभारी डीएस मेहता ने बताया कि चार दिन पहले वह उनसे मिलने एम्स गए थे. उन्होंने बताया कि उनके ठीक होने की उम्मीद थी लेकिन इंफेक्शन के चलते उनकी हालत बिगड़ काफी गई और उनको बचाया नहीं जा सका. निरीक्षक के साथी इंदर सिंह राणा ने जानकारी देते हुए बताया कि राम सिंह 1997 बैच के उपनिरीक्षक थे. यूपी में हुए गैंगवार के दौरान उन्होंने अपने साहस का परिचय दिया था. राम सिंह की दो बेटियां और एक बेटा है. बड़ी बेटी बीटेक की पढ़ाई पूरी की है और छोटी बेटी नैनीताल में पढ़ती है. वहीं बेटे ने अभी इंटर पास किया है. राम सिंह मेहता के परिवार और सभी साथी सहित पूरा पुलिस महकमा गमगीन हो गया है.
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें
Please do not post any spam link in the comment box.