स्वतंत्रता दिवस पर उत्तराखंड के दो जवान किए जाएंगे सम्मानित. शहीद विभूति को शौर्य चक्र तथा शहीद चित्रेश को सेना मेडल से सम्मानित किया जाएगा.

इसी साल फरवरी माह में हुए पुलवामा हमले में उत्तराखंड के शहीद मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल और शहीद मेजर चित्रेश बिष्ट की वीरता को मरणोपरांत सम्मान मिला है. इसी वर्ष फरवरी में देहरादून निवासी दोनों युवा सैन्य अधिकारी देश की रक्षा करते हुए शहीद हो गए थे. उत्तराखंड निवासी शहीद मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल को शौर्य चक्र और शहीद मेजर चित्रेश बिष्ट को सेना मेडल के लिए चुना गया. एक बार फिर पूरा राज्य अपने दोनों जांबाज बेटों को मिले इस सम्मान के बहाने उनकी गौरवगाथा का बखान कर रहा है. जिसने इन शहीदों को इतिहास में अमर कर दिया है.
मूलरूप से कुमाऊं में स्थित अल्मोड़ा जिले के रानीखेत तहसील के अंतर्गत पिपली गांव निवासी मेजर चित्रेश बिष्ट का परिवार पिछले कई वर्षों से देहरादून की ओल्ड नेहरू कॉलोनी में निवास कर रहा है. 16 फरवरी 2019 को राजौरी के नौसेरा सेक्टर में आतंकियों ने एलओसी पार करने के बाद यहां इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस लगा दिया था. सूचना मिलने के बाद इंजीनियरिंग कोर में तैनात मेजर चित्रेश ने सैन्य टुकड़ी के साथ सर्च ऑपरेशन शुरू किया. आईईडी को डिफ्यूज करने के दौरान विस्फोट होने के कारण मेजर चित्रेश शहीद हो गए. मेजर चित्रेश की शहादत के दो दिन बाद उत्तराखंड ने अपना एक और बेटा खो दिया. 18 फरवरी 2019 को पुलवामा में हुए आतंकी मुठभेड़ में देहरादून के नेशविला रोड निवासी मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल शहीद हो गए. उत्तराखंड के इन सपूतों को सम्मानित किए जाने पर पूरा राज्य गर्व महसूस कर रहा है.

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