थाईलैंड की राजकुमारी फरवरी में आएंगी नैनीताल. पढ़िए पूरी रिपोर्ट

नैनीताल: फरवरी में थाईलैंड की राजकुमारी उबोलरत्ना उत्तराखंड आ सकती हैं. राजकुमारी के प्रस्तावित भ्रमण को देखते हुए सोमवार को भारत में थाईलैंड के राजदूत के नेतृत्व वाली छह सदस्यीय टीम ने नैनीताल में पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों के साथ बैठक की. इस बैठक के दौरान हवाई यातायात सुविधा, होटल व्यवस्था, राजकुमारी की सुरक्षा एवं यातायात व्यवस्था समेत कई अन्य मुद्दों पर चर्चा की गई. बाद में थाई अधिकारियों के दल ने शहर के विभिन्न क्षेत्रों का भ्रमण किया और यहां के नैसर्गिक सौंदर्य का भी लुत्फ लिया.
उच्च प्रशासनिक सूत्रों के मुताबिक राजकुमारी का 10 से 14 फरवरी के बीच थाईलैंड की देहरादून और नैनीताल भ्रमण प्रस्तावित है. जिसके चलते सोमवार को देश में थाईलैंड के राजदूत शुतिनर्थोन सम खोंगसक के नेतृत्व में छह सदस्यीय टीम कलक्ट्रेट पहुंची. उन्होंने एडीएम कैलाश टोलिया और एसएसपी सुनील कुमार मीणा के साथ बैठक की और उन्हें राजकुमारी के प्रस्तावित कार्यक्रम की जानकारी दी. बताया जा रहा है कि थाईलैंड की राजकुमारी देहरादून और नैनीताल आना चाहती हैं. वह विशेष रूप से नैनीताल  के ओखलकांडा स्थित देवस्थल में लगी एशिया की सबसे बड़ी दूरबीन को देखना चाहती हैं. साथ ही यह भी बताया गया कि वह नैनीताल के पास मनोरा पीक पर स्थित आर्यभट्ट प्रेक्षण विज्ञान एवं शोध संस्थान (एरीज) को भी देखना चाहती हैं. थाईलैंड के राजदूत खोंगसक ने जिले के अधिकारियों से उनकी सुरक्षा सहित देवस्थल एवं एरीज तक आते-जाते वक्त वाहनों के संचालन की स्थिति और कई अन्य मुद्दों पर भी चर्चा की. अधिकारियों ने थाई अफसरों को बताया गया कि राजकुमारी यदि उत्तराखंड में आती हैं तो यहां उन्हें राज्य अतिथि का दर्जा दिया जाएगा और राज्य अतिथि को मिलने वाली सभी सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाएंगी. बैठक के बाद थाईलैंड के राजदूत एवं उनके साथ आए अधिकारी होटल मनुमहारानी पहुंचे, यहां उन्होंने लंच किया और फिर नैनीझील सहित आसपास के सौंदर्य को निहारा.

टिप्पणियाँ