रामनगर: लेफ्टिनेंट कर्नल निलेश को सैन्य सम्मान के साथ दी गई अंतिम विदाई. पढ़िए पूरी रिपोर्ट...
रामनगर: रविवार को सेना के लेफ्टिनेंट कर्नल निलेश कपिल को रामनगर विश्राम घाट में सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई. लेफ्टिनेंट कर्नल के पार्थिव शरीर को पुत्र चिराग और पुत्री दीया ने मुखाग्नि दी. प्रशासनिक अधिकारियों के अलावा विधायक और नगर के गणमान्य लोग भी श्मशानघाट पर मौजूद रहे. वहीं गमजदा परिवार को सैन्य अधिकारियों ने ढाढ़स भी बंधाया. 7 मई को जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में परेड के दौरान एक्सरसाइज करते समय अचानक हार्टअटैक से लेफ्टिनेंट कर्नल निलेश कपिल का निधन हो गया था.
रविवार को नीलेश कपिल के पार्थिव शरीर को उनके ससुराल छोई लाया गया, यहां परिजनों ने उनके अंतिम दर्शन किए. इसके बाद उन्हें रामनगर के श्मशान घाट में सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई. लेफ्टिनेंट कर्नल के परिवार में मां शांति देवी, बहन पूजा मिश्रा, भाई आदर्श कपिल, पत्नी लता, बेटा चिराग और बेटी दीया हैं. उनके पिता भुवन कपिल का देहांत हो चुका है. बेटा चिराग इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा है, जबकि बेटी दीया आर्मी स्कूल दिल्ली में दसवीं की छात्रा हैं.
सेनाध्यक्ष द्वारा किए जा चुके हैं सम्मानित.
लेफ्टिनेंट कर्नल निलेश की प्रारंभिक शिक्षा नैनीताल के सेंट जोसेफ कॉलेज से हुई थी. उन्होंने यमनीपाल विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन किया जिसके बाद उनका चयन 1994 में ओटीए चेन्नई में हुआ था. ट्रेनिंग होने के बाद उनकी नियुक्ति 14 मराठा लाइट इन्फैन्ट्री में लेफ्टिनेंट के पद पर हुई. लेफ्टिनेंट कर्नल निलेश का विवाह सन 2001 में मदनपुर कुमी छोई निवासी विपिन छिम्वाल की पुत्री लता से हुआ था. लेफ्टिनेंट कर्नल निलेश ने कारगिल युद्ध और अन्य सैन्य ऑपरेशन में अपनी वीरता का परिचय दिया. जिसके फलस्वरूप इस अदम्य पराक्रम के लिए लेफ्टिनेंट कर्नल निलेश को सेनाध्यक्ष की ओर से प्रशस्ति पत्र और अन्य अलंकरणों से सम्मानित किया गया. फरवरी 2020 में लेफ्टिनेंट कर्नल निलेश कपिल की नियुक्ति कुपवाड़ा स्थिति स्टेशन हेडक्वाटर्स जांगली में एडम कमांडेंट के पद पर हुई थी.
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