युवक ने झील में मारी छलांग. एसओजी जवान ने बचाया, रिजॉर्ट कर्मियों पर लगाया उत्पीड़न का आरोप

रविवार देर शाम नौकुचियाताल स्थित महेंद्रा क्लब में छह माह के होटल मैनेजमेंट प्रशिक्षण के लिए रुद्रप्रयाग से आए एक युवक ने नौकुचियाताल में छलांग मार दी. युवक को झील में कूदता देख पर्यटन ड्यूटी में तैनात एसओजी के जवान ने झील में कूदकर उसकी जान बचाई. युवक ने एसओजी जवान को रिजॉर्ट प्रबंधन के कर्मियों द्वारा उत्पीड़न करने का आरोप लगते हुए झील में छलांग लगाने की बात कही. नौकुचियाताल में पर्यटन ड्यूटी में तैनात एसओजी जवान संदीप सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि रविवार शाम महेंद्रा क्लब में छह माह का होटल मैनेजमेंट का प्रशिक्षण ले रहे जखमोली (रुद्रप्रयाग) निवासी युवक ने झील में छलांग मार दी.
इस पर बोट चालकों के साथ मिलकर एसओजी जवान संदीप सिंह ने युवक को बाहर निकाला. रिजॉर्ट के मैनेजर अभिषेक शर्मा उसे अस्पताल ले गए जहां प्राथमिक उपचार के बाद उस युवक को छुट्टी दे दी गई. एसआई मनवर सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि युवक की तबियत खराब चल रही है. युवक के बड़े भाई को घटना की सूचना दे दी है. भाई ने देवी-देवताओं के चलते उसकी तबियत सही नहीं होने की बात कही है. एसआई ने कहा कि सोमवार को युवक के परिजनों के पहुंचने के बाद ही असली बात का पता चल पाएगा. दूसरी तरफ महेंद्रा क्लब के मैनेजर अभिषेक शर्मा का कहना कि युवक के साथ किसी भी प्रकार का उत्पीड़न नहीं किया गया है. उन्होंने कहा कि उसकी तबियत खराब है वह दो दिन पहले ही घर से वापस लौटा है. शनिवार के दिन भी उसकी तबियत बिगड़ी थी जिस वजह से उसे अस्पताल में दिखाया गया था. शर्मा ने रिजॉर्ट कर्मियों द्वारा उत्पीड़न के आरोपों से साफ इनकार किया है.

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