आज 28 जुलाई रविवार को अगर मौसम साफ रहा तो पूरी रात टूटते तारों को देखने का मौका मिलेगा. अगर ऐसा हुआ तो रात को डेल्टा एक्वेरिड उल्कापात का शानदार नजारा देखने को मिल सकता है. आज की रात उल्कापात चरम पर रहेगा जो की रात 12 बजे से सुबह तक नजर आ सकेगा. इस उल्कापात की खास बात यह है कि इन दिनों अमावस्या निकट होने के कारण चांद की रोशनी बहुत मद्धिम है. जिसके कारण यह उल्कापात और अधिक साफ और चमकदार नजर आ सकेगा.
यह उल्कापात एक्वेरिड नक्षत्र की दिशा से आता दिखाई देगा. इसमें मार्सडेन और क्रैच धूमकेतुओं के कण वायुमंडल में प्रवेश करने के बाद घर्षण से प्रज्ज्वलित होंगे जो कि उल्कापात का नजारा प्रस्तुत करेंगे. यह उल्कापात 12 जुलाई से होना शुरू हो चुका है. जो कि 23 अगस्त तक चलेगा. लेकिन 28 जुलाई की रात यह अपने चरम पर होगा. जिस वजह से यह और भी स्पष्ट दिखाई देगा. वैज्ञानिकों द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार इन दिनों परसीड उल्कापात भी चल रहा है जिसकी अवधि 17 जुलाई से 24 अगस्त तक है. यह 12 अगस्त को अपने चरम पर रहेगा लेकिन उन दिनों पूर्णिमा का समय होने के कारण यह साफ नजर नहीं आ सकेगा.
-डॉ. अनिल पांडे, पूर्व निदेशक और खगोल वैज्ञानिक, आर्यभट्ट शोध एवं प्रेक्षण विज्ञान संस्थान (एरीज)
यह उल्कापात एक्वेरिड नक्षत्र की दिशा से आता दिखाई देगा. इसमें मार्सडेन और क्रैच धूमकेतुओं के कण वायुमंडल में प्रवेश करने के बाद घर्षण से प्रज्ज्वलित होंगे जो कि उल्कापात का नजारा प्रस्तुत करेंगे. यह उल्कापात 12 जुलाई से होना शुरू हो चुका है. जो कि 23 अगस्त तक चलेगा. लेकिन 28 जुलाई की रात यह अपने चरम पर होगा. जिस वजह से यह और भी स्पष्ट दिखाई देगा. वैज्ञानिकों द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार इन दिनों परसीड उल्कापात भी चल रहा है जिसकी अवधि 17 जुलाई से 24 अगस्त तक है. यह 12 अगस्त को अपने चरम पर रहेगा लेकिन उन दिनों पूर्णिमा का समय होने के कारण यह साफ नजर नहीं आ सकेगा.
-डॉ. अनिल पांडे, पूर्व निदेशक और खगोल वैज्ञानिक, आर्यभट्ट शोध एवं प्रेक्षण विज्ञान संस्थान (एरीज)
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें
Please do not post any spam link in the comment box.