ट्यूशन जा रही छात्रा को अगवा करने की कोशिश. आरोपी को पीछा कर पकड़ा. पढ़िए पूरी खबर...

हल्द्वानी में रविवार की सुबह ट्यूशन पढ़ने जा रही हाईस्कूल की छात्रा को नवाबी रोड पर शिवमंदिर के पास एक व्यक्ति ने अगवा करने की कोशिश करने लगा. छात्रा के चीखने पर मौके पर लोगों की भीड़ लगने लगी जिसके बाद आरोपी भाग निकला. हल्द्वानी के बदरीपुरा क्षेत्र से सुबह साढ़े सात बजे हाईस्कूल की छात्रा अपनी सहेली के साथ ट्यूशन पढ़ने के लिए कोचिंग संस्थान में जा रही थी. नवाबी रोड शिवमंदिर के पास पहुंचने पर एक व्यक्ति उनसे अश्लील शब्दों का प्रयोग करने लगा. दोनों छात्राओं के विरोध करने पर उसने एक छात्रा को उठा लिया. छात्राओं के चीखने की आवाज सुनकर आसपास में मौजूद लोग दौड़कर वहां पहुंच गए. खुद को घिरा देखकर आरोपी वहां से भाग गया. इसके बाद छात्रा ट्यूशन जाने के बजाय दौड़कर अपने घर पहुंच गई और पूरी घटना के बारे में अपने परिजनों को बताया. जानकारी मिलने पर पार्षद रवि जोशी ने मोहल्ले के कुछ लोगों को आरोपी का पीछा करने के लिए बुलाया.
छात्राओं के परिजनों सहित अनुज अग्रवाल, भानु प्रकाश पांडे, मनीष वर्मा, जीवन सिंह चिलवाल आदि लोगों ने आरोपी का पीछा किया. इस दौरान आरोपी सीओ सिटी आवास की दीवार फांदकर रोडवेज स्टेशन की ओर भाग निकला. यहां भी लोगों ने उसे पकड़ने की पूरी कोशिश की लेकिन वह मटरगली से होते हुए भाग गया. पार्षद ने तत्काल एसएसपी सुनील कुमार मीणा को मामले की सूचना दी. एसएसपी के वायरलेस पर जानकारी देने पर पुलिस भी सक्रिय हो गई. पता चला कि वह डीके पार्क श्री राम मंदिर होते हुए केमू स्टेशन की ओर भाग रहा है. पुलिस की मदद से लोगों ने उस आरोपी को देवी मंदिर के पास घेरकर पकड़ लिया. पूछताछ में पता चला कि आरोपी व्यक्ति लखविंदर सिंह पुत्र संतोष सिंह पंजाब के जालंधर जिले के संतोषपुर का निवासी है. पुलिस ने जब उसकी पत्नी से फोन पर बात की तो पता चला कि लक्खी नाम का यह आरोपी पिथौरागढ़ में सेना में तैनात है. एसएसआई विजय सिंह मेहता ने जानकारी देते हुए बताया कि आरोपी की बातों पर विश्वास नहीं हो रहा है. पुलिस द्वारा आरोपी लखविंदर सिंह के खिलाफ धारा 354, 11/12 पॉक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. मुकदमे की विवेचना उपनिरीक्षक लता बिष्ट द्वारा की जा रही है. विवेचक द्वारा उसे अदालत के समक्ष पेश किया गया. वहां से उस आरोपी को न्यायिक हिरासत में लेकर जेल भेज दिया गया है. विवेचक द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार आरोपी ने अपना परिचय पत्र नहीं दिखाया है. आरोपी के बारे में सेना के अधिकारियों से संपर्क कर पूछताछ की जाएगी. जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि आरोपी सैन्यकर्मी है या नहीं.

टिप्पणियाँ