हल्द्वानी: एमबीपीजी कॉलेज में छात्रों का हंगामा. प्रदर्शन और प्राचार्य कक्ष में तोड़फोड़ के साथ नैनीताल हाईवे किया जाम.
हल्द्वानी: बृहस्पतिवार को एमबीपीजी कॉलेज में छात्रों ने 40 प्रतिशत वालों को भी दाखिला देने की मांग को लेकर प्रदर्शन करते हुए अराजकता की. छात्रों ने कॉलेज के मुख्य गेट पर धरना-प्रदर्शन किया, और नैनीताल हाईवे जाम कर दिया. साथ ही कुछ छात्रों द्वारा प्राचार्य कक्ष में तोड़फोड़ की कोशिश भी की गई. बाद में प्राचार्य के मिलने पर उनका घेराव किया गया जिसके बाद जमकर हंगामा हुआ. छात्रों की प्राचार्य से नोकझोंक भी हुई. इस दौरान एक छात्रनेता ने तो आत्मदाह की धमकी तक दे डाली.
बृहस्पतिवार के दिन एमबीपीजी कॉलेज में प्रवेश प्रक्रिया के दौरान बड़ी संख्या में छात्र कॉलेज के मुख्य गेट के सामने धरना देकर बैठ गए. इस दौरान गुस्साए छात्रों ने नैनीताल हाईवे पर प्रदर्शन शुरू किया और यातायात जाम कर दिया. जिसके कारण दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गई. काफी मशक्कत के बाद छात्रों को किसी तरह समझा बुझाकर जाम खुलवाया गया. कुछ छात्रों द्वारा प्राचार्य कक्ष के बाहर भी धरना प्रदर्शन किया गया. छात्र कक्ष के अंदर प्राचार्य को न देख भड़क गए और प्राचार्य कक्ष में तोड़फोड़ करने की कोशिश करने लगे. कोई सामान न मिलने पर उन्होंने वहां काम कर रहे मिस्त्री का हेलमेट ही तोड़ दिया. इतना ही नहीं दीवारों पर लगाई गई वॉल सीलिंग को तोड़ने की कोशिश भी की गई. जैसे ही छात्र-छात्राओं को पता चला कि प्रभारी प्राचार्य डा. जीएस बिष्ट लेखाविभाग के बराबर में पुराने प्राचार्य कक्ष में बैठे हैं तो वे सब वहीं पहुंच गए और उनका घेराव कर दिया. प्राचार्य उस समय कक्ष में अकेले थे. छात्रों की मांग यह थी कि सभी को शुक्रवार से दाखिला नहीं दिया गया तो कॉलेज खुलने नहीं दिया जाएगा. मुख्य प्रशासनिक अधिकारी देवराम की चीफ प्राक्टर डा. विनय विद्यालंकार तुरंत मौके पर पहुंचे और छात्रों को हटाया. छात्रनेता सूरज रमोला का कहना है कि यदि 40 प्रतिशत से ऊपर के सभी छात्रों को प्रवेश नहीं दिया गया तो आंदोलन तेज कर दिया जाएगा. प्राचार्य डा. बिष्ट ने छात्रों को यह कह कर समझाया कि स्नातक प्रथम सेमेस्टर में सीटें बढ़ाने के संबंध में कुमाऊं विवि के कुलपति को कल ही पत्र भेज दिया गया था तथा अनुमति मिलते ही ऑफलाइन दाखिले शुरू कर दिए जाएंगे.
बृहस्पतिवार के दिन एमबीपीजी कॉलेज में प्रवेश प्रक्रिया के दौरान बड़ी संख्या में छात्र कॉलेज के मुख्य गेट के सामने धरना देकर बैठ गए. इस दौरान गुस्साए छात्रों ने नैनीताल हाईवे पर प्रदर्शन शुरू किया और यातायात जाम कर दिया. जिसके कारण दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गई. काफी मशक्कत के बाद छात्रों को किसी तरह समझा बुझाकर जाम खुलवाया गया. कुछ छात्रों द्वारा प्राचार्य कक्ष के बाहर भी धरना प्रदर्शन किया गया. छात्र कक्ष के अंदर प्राचार्य को न देख भड़क गए और प्राचार्य कक्ष में तोड़फोड़ करने की कोशिश करने लगे. कोई सामान न मिलने पर उन्होंने वहां काम कर रहे मिस्त्री का हेलमेट ही तोड़ दिया. इतना ही नहीं दीवारों पर लगाई गई वॉल सीलिंग को तोड़ने की कोशिश भी की गई. जैसे ही छात्र-छात्राओं को पता चला कि प्रभारी प्राचार्य डा. जीएस बिष्ट लेखाविभाग के बराबर में पुराने प्राचार्य कक्ष में बैठे हैं तो वे सब वहीं पहुंच गए और उनका घेराव कर दिया. प्राचार्य उस समय कक्ष में अकेले थे. छात्रों की मांग यह थी कि सभी को शुक्रवार से दाखिला नहीं दिया गया तो कॉलेज खुलने नहीं दिया जाएगा. मुख्य प्रशासनिक अधिकारी देवराम की चीफ प्राक्टर डा. विनय विद्यालंकार तुरंत मौके पर पहुंचे और छात्रों को हटाया. छात्रनेता सूरज रमोला का कहना है कि यदि 40 प्रतिशत से ऊपर के सभी छात्रों को प्रवेश नहीं दिया गया तो आंदोलन तेज कर दिया जाएगा. प्राचार्य डा. बिष्ट ने छात्रों को यह कह कर समझाया कि स्नातक प्रथम सेमेस्टर में सीटें बढ़ाने के संबंध में कुमाऊं विवि के कुलपति को कल ही पत्र भेज दिया गया था तथा अनुमति मिलते ही ऑफलाइन दाखिले शुरू कर दिए जाएंगे.
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें
Please do not post any spam link in the comment box.