ऑनलाइन ऋण लेने के चक्कर में परिचालक हुआ ठगी का शिकार. लोन के लिए कई एप कर लिए थे डाउनलोड.

ऑनलाइन ऋण लेने के चक्कर में परिचालक हुआ ठगी का शिकार. लोन के लिए कई एप कर लिए थे डाउनलोड.



नैनीताल: रोडवेज बस का एक परिचालक ऑनलाइन लोन लेने के नाम पर ठगी का शिकार हो गया. तल्लीताल थाना पुलिस से परिचालक ने मामले में कार्रवाई की मांग की है. पुलिस ने पीड़ित को ज्योलीकोट चौकी पुलिस के पास भेज दिया.
बेलवाखान निवासी जितेंद्र कुमार परिवहन निगम में परिचालक है. उसने बताया कि छह माह पहले उसने मोबाइल में एक ऑनलाइन लोन (ऋण) एप देखा, जिसमें कुछ ही घंटों के भीतर ऋण देने की गारंटी दी जा रही थी. लॉकडाउन होने के कारण वेतन नहीं मिलने पर वह आर्थिक रूप से परेशान था. इसलिए उसने मोबाइल एप डाउनलोड कर पांच हजार का ऋण ले लिया, जो की उसे 90 दिन में वापस करना था. ऐप संचालक ने तय समय से पहले ही उससे पैसा वापस करने के लिए दबाव बनाने लगा. इस पर जितेंद्र कुमार ने पैसा वापसी के लिए कुछ समय मांगा तो आरोपी ने अतिरिक्त लोन लेने के लिए एक के बाद एक कई ऐप उसके फोन में डाउनलोड करा दिए.
ऑनलाइन ऋण लेने के चक्कर में परिचालक हुआ ठगी का शिकार. लोन के लिए कई एप कर लिए थे डाउनलोड.

आरोप है कि मोबाइल ऐप डाउनलोड कर नया लोन लेने के चक्कर में परिचालक पर अब तीन लाख की उधारी हो गई है. जबकि अभी तक परिचालक 70 हजार रुपये जमा कर चुका है. शनिवार को अपनी शिकायत लेकर जितेंद्र तल्लीताल थाने पहुंचा, जहां से उसे ज्योलीकोट चौकी भेज दिया गया. वहीं ज्योलीकोट चौकी इंचार्ज ने जानकारी देते हुए बताया कि अभी तक उनके पास लिखित शिकायत नहीं आई है, यदि शिकायत आई तो मामले कि जांच कर कार्रवाई की जाएगी.

टिप्पणियाँ