नई टिहरी के तापनगर ब्लॉक में लंबगांव-मदननेगी मोटर मार्ग पर कंगसाली के पास स्कूल के बच्चों को ले जा रही वैन के दुर्घटनाग्रस्त होने से उसमें सवार कंगसाली गांव के नौ बच्चों की मौत हो गई. जबकि 11 बच्चे घायल हो गए. इस हादसे में गंभीर रूप से घायल चार बच्चों को एयर लिफ्ट और एक बच्चे को एंबुलेंस से ऋषिकेश एम्स रेफर किया गया है. हादसे के बाद सख्त कार्रवाई करते हुए एसएसपी टिहरी ने चेकिंग में लापरवाही करने पर पिपलडली चौकी प्रभारी मयंक त्यागी और कांस्टेबल दुर्गेश कोठियाल को सस्पेंड कर दिया है. आपको बता दें कि सड़क दुर्घटनाओं पर रोक लगाने के लिए परिवहन विभाग का चेकिंग अभियान मुख्य मोटर मार्गों तक ही सिमट कर रह गया है. कस्बाई बाजारों में मानकों को ठेंगा दिखाते हुए हर रोज दर्जनों वाहन मनमानी करते नजर आते हैं. लेकिन उन्हें देखने वाला कोई नहीं है.
ब्रांच रूटों पर क्षमता से अधिक सवारियां ढोने की लगातार शिकायतें मिलती रहती हैं. कंगसाली में हुई स्कूल वाहन दुर्घटना में भी कुछ ऐसे ही तथ्य सामने आए हैं. आपको बता दें कि बच्चों को ले जा रही मैक्सी कैब में क्षमता से अधिक 20 बच्चों सहित 22 लोग सवार थे. जबकि इस वाहन की क्षमता 10 सवारियां ढोने की ही थी. जिस वजह से परिवहन विभाग के चेकिंग अभियान पर भी कई सवाल उठ रहे हैं. मंगलवार सुबह साढ़े सात बजे प्रतापनगर ब्लाक के कंगसाली में हुई स्कूल वाहन दुर्घटना ने सबको झकझोर कर रख दिया है. अभिभावक यह सवाल भी उठा रहे हैं कि मैक्सी कैब में क्षमता से अधिक बच्चे बिठाने पर स्कूल प्रबंधन ने इस पर रोक क्यों नहीं लगाई. स्कूल बसों में सीसीटीवी कैमरे और जीपीआरएस लगाने सहित कई मानक परिवहन विभाग ने निर्धारित किए हैं. लेकिन स्कूल प्रबंधन और वाहन संचालक इसका पालन नहीं कर रहे हैं. क्षेत्र के जागरूक लोगों ने कहा कि जिला मुख्यालय सहित चंबा, घनसाली, चमियाला, बूढ़ाकेदार, लंबगांव, जाखणीधार, कंडीसौड़ सहित अधिकांश ग्रामीण इलाकों के बच्चे मैक्सी कैब से ही स्कूल आते-जाते हैं. इसी स्थिति में हर हाल में स्कूली वाहनों के लिए निर्धारित मानकों का पालन सुनिश्चित किया जाना चाहिए.
ब्रांच रूटों पर क्षमता से अधिक सवारियां ढोने की लगातार शिकायतें मिलती रहती हैं. कंगसाली में हुई स्कूल वाहन दुर्घटना में भी कुछ ऐसे ही तथ्य सामने आए हैं. आपको बता दें कि बच्चों को ले जा रही मैक्सी कैब में क्षमता से अधिक 20 बच्चों सहित 22 लोग सवार थे. जबकि इस वाहन की क्षमता 10 सवारियां ढोने की ही थी. जिस वजह से परिवहन विभाग के चेकिंग अभियान पर भी कई सवाल उठ रहे हैं. मंगलवार सुबह साढ़े सात बजे प्रतापनगर ब्लाक के कंगसाली में हुई स्कूल वाहन दुर्घटना ने सबको झकझोर कर रख दिया है. अभिभावक यह सवाल भी उठा रहे हैं कि मैक्सी कैब में क्षमता से अधिक बच्चे बिठाने पर स्कूल प्रबंधन ने इस पर रोक क्यों नहीं लगाई. स्कूल बसों में सीसीटीवी कैमरे और जीपीआरएस लगाने सहित कई मानक परिवहन विभाग ने निर्धारित किए हैं. लेकिन स्कूल प्रबंधन और वाहन संचालक इसका पालन नहीं कर रहे हैं. क्षेत्र के जागरूक लोगों ने कहा कि जिला मुख्यालय सहित चंबा, घनसाली, चमियाला, बूढ़ाकेदार, लंबगांव, जाखणीधार, कंडीसौड़ सहित अधिकांश ग्रामीण इलाकों के बच्चे मैक्सी कैब से ही स्कूल आते-जाते हैं. इसी स्थिति में हर हाल में स्कूली वाहनों के लिए निर्धारित मानकों का पालन सुनिश्चित किया जाना चाहिए.
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